Saturday 7 January 2012

इन्तहां ना लेना मेरी बेबसी का......

इन्तहां ना लेना मेरी बेबसी का !
तोड़ ना देना यूँ ही दिल किसी का !!

मुझको तो तेरी तम्मना थी यारा ! 
इंतजार करते तेरा मैं तो हारा !!
तुम आये थे जिस पल .......!
वो पल था खुसी का ..........!!

इन्तहां ना लेना मेरी बेबसी का !
तोड़ ना देना यूँ ही दिल किसी का !!

टूटता है जब दिल , दर्द बड़ा होता !
हर तरफ मायूसी , हर कोई रोता !!
फैसला तब होता है ..........!
इस जिंदगी का ..................!!

इन्तहां ना लेना मेरी बेबसी का !
तोड़ ना देना यूँ ही दिल किसी का !!

काश की मुझको तुम जाते !
समझते मुझे , मुझे दिल से लगाते !!
अंजाम होता है ये .....!
हर पल हंसी का ........!!.

इन्तहां ना लेना मेरी बेबसी का !
तोड़ ना देना यूँ ही दिल किसी का !!

Monday 2 January 2012

सागरों में अब गहराइया नहीं रही ....

हम तो डूबने चले थे .मगर ........!
सागरों में अब गहराइया नहीं रही !!  
 
ये आँखें आज फिर रोने को है !
मन ये फिर आज सोने को है !!
जिंदगी की शाम होने को है !
वक़्त के फैसले, अब ये ही सही !!
 
हम तो डूबने चले थे .मगर ........!
सागरों में अब गहराइया नहीं रही  !!
 
तुझसे उम्मीद थी मुझको बहुत !
मगर अब उम्मीद क्या रखूँ !!
निशाँ ही मिट गये मंजिल के !
मंजिल जो , आज तक मिली नहीं !!
 
हम तो डूबने चले थे .मगर ........!
सागरों में अब गहराइया नहीं रही !!
 
मालूम मुझको नहीं , मगर !
मिले थे तुम उस मोड़ पर !!
अनजान बना दिया मुझको !
मगर अजनबी तुम तो नहीं !!
 
हम तो डूबने चले थे .मगर ........
सागरों में अब गहराइया नहीं रही