आसमा से टूटता, सितारा यही पैगाम लाता है !
मैं जब भी गीत रचता हूँ, तेरा ही नाम आता है !!
कभी ये प्यार के किस्से, होते सच मुहब्बत में !
खुदा तू ही है बस मेरा, मेरी हर इबादत में !!
मैं जब हूँ सोचता तुझको, अजब एहसास है होता !
काश: ख्वाब ये मेरा, कभी यूँ सच हुआ होता !!
मगर मैं भूल जाता हूँ, ये सपने सच नही होते !
प्रीत और प्यार के किस्से, कभी हकीकत नही होते !!
ना जाने फिर भी ये दिल, क्यों इनको संजो बैठा !
मना लाख किया लेकिन, हठ फिर भी पकड़ बैठा !!
मैं क्या करूँ अब तो, मुहब्बत कर ली जो तुमसे !
दो मीठे बोल तुम सजनी, कभी बोलो जरा हमसे !!
मेरा ये हाल है अब जो, वजह इसकी भी तुम ही हो !
मेरी हर साँस में तुम हो, मेरी धड़कन में तुम ही हो !!
पी के ''तनहा''
मैं जब भी गीत रचता हूँ, तेरा ही नाम आता है !!
कभी ये प्यार के किस्से, होते सच मुहब्बत में !
खुदा तू ही है बस मेरा, मेरी हर इबादत में !!
मैं जब हूँ सोचता तुझको, अजब एहसास है होता !
काश: ख्वाब ये मेरा, कभी यूँ सच हुआ होता !!
मगर मैं भूल जाता हूँ, ये सपने सच नही होते !
प्रीत और प्यार के किस्से, कभी हकीकत नही होते !!
ना जाने फिर भी ये दिल, क्यों इनको संजो बैठा !
मना लाख किया लेकिन, हठ फिर भी पकड़ बैठा !!
मैं क्या करूँ अब तो, मुहब्बत कर ली जो तुमसे !
दो मीठे बोल तुम सजनी, कभी बोलो जरा हमसे !!
मेरा ये हाल है अब जो, वजह इसकी भी तुम ही हो !
मेरी हर साँस में तुम हो, मेरी धड़कन में तुम ही हो !!
पी के ''तनहा''
मगर मैं भूल जाता हूँ, ये सपने सच नही होते !
ReplyDeleteप्रीत और प्यार के किस्से, कभी हकीकत नही होते !!
sahi kaha hai aapne .
thnks
Deletenice lines
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