मरता हूँ मैं पल पल
कर बैठा तुमसे प्यार
मगर तुमको इससे क्या
तेरे प्यार मैं हम हुए बदनाम
मगर तुमको इससे क्या
लुट गया , मैं सहर ओ शाम,
मगर तुमको इससे क्या
दुनिया से जा रहा हूँ, तेरी खातिर
मगर तुमको इससे क्या
तेरे प्यार की है ये सजा
रहेगी उम्र भर , तेरी इल्त्जां
मालुम है मुझे तेरा इनकार
पर करता रहूँगा,फिर भी प्यार
मगर तुमको इससे क्या
बहुत सुन्दर...
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