जिंदगी को महसूस कर रहा था मैं
जिस पल तू मेरे पास थी ....
यू तो तूफा आते गये जिंदगी में मेरी
पर फिर भी जीने की एक आस थी !
बीच मझधार में छोड़ा था मेरी कश्ती को
तुमसे नहीं थी उम्मीद , ,,,,,,,
उजड़ा ही छोड़ गये मेरी बस्ती को
मौत नहीं आई थी तब तक ,
बाकि अभी कुछ साँस थी ....
जिंदगी को महसूस कर रहा था मैं
जिस पल तू मेरे पास थी ....
यू तो तूफा आते गये जिंदगी में मेरी
पर फिर भी जीने की एक आस थी !
जिंदगी मेरी वीरान हो गयी
मुझको जिंदा देख तू हैरान हो गयी
मैं तुझसे वफा निभाता गया उम्र भर
और तू बेवफा सरेआम हो गयी
देखि थी उस रोज़ जो तुने वो लाशे
वो मेरी नहीं मेरे साये की लाश थी
जिंदगी को महसूस कर रहा था मैं
जिस पल तू मेरे पास थी ....
यू तो तूफा आते गये जिंदगी में मेरी
पर फिर भी जीने की एक आस थी !
अच्छे शब्द
ReplyDeleteअच्छी प्रस्तुति..
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